The Surreal World
Juxtaposition of the real and the unreal. And then they switch.
Thursday, December 1, 2016
वक़्त का कोई ठिकाना नहीं
कब है कब रवाना सही
छूट जाते हैं पीछे साथी
छूट जाते हैं पीछे साथी
कल जश्न तो आज बर्बादी
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